tag:blogger.com,1999:blog-2979696410249369738.post8218838475031513929..comments2023-09-25T07:33:42.199-07:00Comments on तत्सम: सुरेश सेन निशांत की कविताएँप्रदीप कांतhttp://www.blogger.com/profile/09173096601282107637noreply@blogger.comBlogger6125tag:blogger.com,1999:blog-2979696410249369738.post-86976254762019898662011-10-14T00:28:13.479-07:002011-10-14T00:28:13.479-07:00कविताएं पाठक के सौंदर्य बोध को अपील करती है
साथ ही...कविताएं पाठक के सौंदर्य बोध को अपील करती है<br />साथ ही सोचने पर भी विवश करती हैं। नेट पर भी<br />कुछ अच्छी कविताएं पढ्ने को मिल जाती हैभगीरथhttps://www.blogger.com/profile/11868778846196729769noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2979696410249369738.post-32494579083571263392011-06-28T00:09:45.345-07:002011-06-28T00:09:45.345-07:00प्रार्थना में रत है एक औरत
चुपचाप गुज़रो
इस वृक्ष क...प्रार्थना में रत है एक औरत<br />चुपचाप गुज़रो<br />इस वृक्ष के पास से<br />bemisaal.......mridula pradhanhttps://www.blogger.com/profile/10665142276774311821noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2979696410249369738.post-27487388410465509742011-06-12T09:51:05.738-07:002011-06-12T09:51:05.738-07:00सुरेश जी की सभी रचनाओं में गहराई लगी प्रदीप ...सुरेश जी की सभी रचनाओं में गहराई लगी प्रदीप जी ....हरकीरत ' हीर'https://www.blogger.com/profile/09462263786489609976noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2979696410249369738.post-57247987785433131992011-06-11T18:33:47.730-07:002011-06-11T18:33:47.730-07:00एक औरत और ईश्वर
रत है बातचीत में
चुपचाप गुज़रो
इस ...एक औरत और ईश्वर<br />रत है बातचीत में<br />चुपचाप गुज़रो<br />इस वृक्ष के पास से<br />ऎसा कौतुक<br />एक औरत ही रच सकती है<br />जो ईश्वर को स्वर्ग से उतार कर<br />एक वृक्ष की आत्मा में बसा दे ।.....<br />सभी रचनाएं बहुत अच्छी लगी <br />धन्यवाद इतनी अच्छी रचनाएं पढवाने के लिएVandana Ramasinghhttps://www.blogger.com/profile/01400483506434772550noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2979696410249369738.post-315977139561708392011-06-08T09:37:05.343-07:002011-06-08T09:37:05.343-07:00सुरेश सेन की कविताएं हमेशा मुझे प्रेरित करतीं हैं...सुरेश सेन की कविताएं हमेशा मुझे प्रेरित करतीं हैं.' इस वृक्ष के पास 'कविता उन की बड़ी कविताओं मे से एक है. तत्सम मे उन्हे देख कर <br />खुशी हुई.अजेयhttps://www.blogger.com/profile/05605564859464043541noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2979696410249369738.post-55571723289659273682011-06-07T20:52:04.989-07:002011-06-07T20:52:04.989-07:00जानी पहचानी और देखी बातों को सुरेश सेन नए बिम्ब औ...जानी पहचानी और देखी बातों को सुरेश सेन नए बिम्ब और नजरिए से प्रस्तुत करते हैं। प्रभावी हैं।राजेश उत्साहीhttps://www.blogger.com/profile/15973091178517874144noreply@blogger.com