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फर्क़
एक छोटी सी बात को लेकर
मैं बहुत रोया
रोने के बाद बहुत सोया
सोकर उठा तो बहुत सोचा
क्या हर आदमी रोता है?
मार्क्स एंगिल्स और लेलिन भी रोये थे ?
हाँ ज़रूर रोये थे
लेकिन, रोने के बाद कभी नहीं सोये थे
अगर वे इस तरह सोये रहते
तो दुनिया के करोड़ों लोग कभी न जाग पाते।
चिड़िया
चिड़ियों के बारे में कविता
लिखना एक सहज बात नहीं है
परिंदों के बारे में कविता
ल्खिने से पहले
सालिम अली से मिलना
या उनकी पुस्तकें पढ़ना बहुत ज़रूरी है
क्योंकि वही आपको बता सकता है
कि कौन-सी चिड़िया आपसे
दोस्ती करती है
और कौन-सी दुश्मनी
वरना साधारण आदमी की
उम्र यह बात जानने में बीत जाती है
कि कौन-सी चिड़िया दोस्त होती है
कि कौन-सी चिड़िया दुश्मन होती है
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5 टिप्पणियां:
vaah pradeep, kumar vikal ki achchhi kavita padhvaai.
कुमार विकल मेरे प्रिय कवियों में से हैं अभी दख़ल मे उनकी कविता दुख लगायी थी।
धन्यवाद
Dono hi kavitayen bahut achchi lagi.
कुमार विकल की दो बेहतरीन कविताएं पढ़वाने के लिए शुक्रिया...
भागीरथ परिहार जी के जरिए आप तक पहुंचना संभव हुआ...
अच्छा लगा...
Greattttttttt ... ... ...
Sukhdev.
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